विद्युत जनित्र क्या है
विद्युत जनित्र एक ऐसी युक्ति है जिसके द्वारा यांत्रिक ऊर्जा का उपयोग कर विद्युत ऊर्जा उत्पन्न किया जाता है यह ठीक विद्युत मोटर की विपरीत सिद्धांत पर काम करता है
यह एक प्रकार का उपकरण हैं जिसमे दो magnet और कुंडली के माध्यम से बिद्युत चुंबकीय प्रेरण का उपयोग कर विद्युत् उत्पन्न किया जाता है ,आर्मेचर को magnet के बीच घुमाने पर कुंडली में फ्लक्स में बदलाव आने लगता है जिससे विद्युत् ऊर्जा generate होने लगता है, इस विद्युत् ऊर्जा का उपयोग कई काम में किया जा सकता है
विद्युत जनित्र का सिद्धांत क्या है
विद्युत जनित्र चुंबकीय प्रेरण की सिद्धांत पर काम करने वाली यंत्र है इसमें किसी धारावाहि कुंडली को चुंबकीय क्षेत्र पर तीव्र गति से घुमाया जाता है जिससे कुंडली से संबंधित चुंबकीय बल रेखाओं की संख्या में तेजी से परिवर्तन होता है जिसके फलस्वरूप उस धारावाहि कुंडली में प्रेरित धारा प्रवाहित होने लगती है
विद्युत जनित्र कहां उपयोग किया जाता है
विद्युत जनित्र का उपयोग अधिकांश बिजली उत्पादन में ही किया जाता है जोकि निर्भर करता है कि उसे किस प्रकार की स्त्रोतों से उर्जा उत्पन्न की जाए
आमतौर पर हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट,थर्मल पावर प्रोजेक्ट,वाइंड इनर्जी, न्यूक्लियर पावर जैसे सभी पावर प्रोजेक्ट में विद्युत जनित्र की टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है जिसने किसी भी प्रकार से यांत्रिक ऊर्जा उत्पन्न कर डायनेमो की धारावाहिक कुंडली को शक्तिशाली चुंबक के बीच रखकर घुमाया जाता है इस प्रकार से यांत्रिक ऊर्जा विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित होती है
हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट
हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में पानी को बांध द्वारा reserve कर उसे ऊंचाई से टरबाइन पर छोड़ा जाता है, जिससे कि जल की स्थितिज ऊर्जा टरबाइन को गतिज ऊर्जा में परिवर्तित करती है यह गतिज ऊर्जा जनित्र की धारावाहिक कुंडली को घूमाती है जिससे विद्युत उत्पन्न होता है
थर्मल पावर प्रोजेक्ट
इसमें कोयला का उपयोग कर विद्युत ऊर्जा उत्पन्न की जाती है इसके लिए बड़े-बड़े कोयला गृह बनाया जाता है, जहां पर इन कोयला को जलाया जाता है,इससे उत्पन्न ताप का उपयोग कर पानी को गर्म किया जाता है जिससे उत्पन्न भाप को टरबाइन पर डालकर यांत्रिक ऊर्जा उत्पन्न की जाती है यही आंतरिक ऊर्जा जनित्र में भी विद्युत ऊर्जा उत्पन्न करती है
वाइंड इनर्जी
वाइन एनर्जी के लिए इसे ऐसे स्थान पर स्थापित किया जाता है जहां पर वायु की गति कम से कम 9 से 15 किलोमीटर तक प्रति घंटा तक हो, इससे उसके wings घूमने लगती है जो कि जनित्र में धारावाहि कुंडली को भी घूमाते हैं जो ऊर्जा विद्युत ऊर्जा उत्पन्न करती है
न्यूक्लियर पावर
न्यूक्लियर पावर प्लांट थर्मल एनर्जी वाली टेक्नोलॉजी पर काम करती है जब थर्मल पावर पर नाभिकीय विखंडन करवाया जाता है तब अधिक मात्रा में ताप उत्पन्न होता है,
इसी ताप का उपयोग कर पानी को गर्म कर भाप बनाया जाता है इस भाप द्वारा टरबाइन को घुमा कर जनित्र से संयोजित कर विद्युत ऊर्जा उत्पन्न की जाती है
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