क्रायोजेनिक ईंधन क्या है ( cryogenic fuel kya hai )
जब रॉकेट टेक्नोलॉजी में इंधन के रूप में लिक्विड हाइड्रोजन और ऑक्सीजन का उपयोग किया जाता है तब इसे क्रायोजेनिक इंजन कहा जाता है, क्रायोजेनिक इंधन ( निम्नतापी ईंधन ) की एक खासियत होती है की बहुत ठन्डे वातावरण में भी यह लगातार जलती ही रहती है जिसके वजह से इसे रॉकेट टेक्नोलॉजी में इंधन के रूप उपयोग किया जाता है क्योकि इसको बहुत ज्यादा मात्रा में उपयोग करके बहुत लम्बी दुरी तय की जा सकती है
क्रायोजेनिक ( निम्नतापी )ईंधन किसमें उपयोग किया जाता है
क्रायोजेनिक इंधन को क्रायोजेनिक इंजन में उपयोग किया जाता है और यह क्रायोजेनिक इंजन रॉकेट मैं उपयोग किया जाता है
निम्नतापी ईंधन क्यों कहा जाता है
क्रायो का हिंदी में अर्थ निम्न तापी है अर्थात जब किसी इंधन को बहुत कम ताप पर स्टो कर उसका इंधन के रूप में उपयोग किया जाता है तभी से तब इसी क्रायोजेनिक इंजन कहते हैं
इसमें ईंधन =ऑक्सीजन -253 डिग्री सेल्सियस पर और हाइड्रोजन -183 डिग्री सेल्सियस तापमान पर स्टोर किया जाता है
निम्नतापी ईंधन में क्या क्या शामिल है
क्रायोजेनिक इंजन में लिक्विड हाइड्रोजन और लिक्विड ऑक्सीजन इंधन के रूप में काम करते हैं इसमें लिक्विड हाइड्रोजन इंधन के रूप में होता है और ऑक्सीजन उसे जलाने में मदद करता है
CONCLUSION -क्रायोजेनिक ईंधन क्या है
रॉकेट टेक्नोलॉजी में उपयोग होने वाली ईंधन को क्रायोजेनिक ईंधनकहा जाता है जिसमे ईंधन के रूप में हाइड्रोजन और ऑक्सीकारक के रूप में ऑक्सीजन का उपयोग होता है
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