धारामापी क्या है | धारामापी का सिद्धान्त | प्रकार, उपयोग

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धारामापी क्या है

जब किसी विद्युत परिपथ में यदि धारा प्रवाहित हो रही हो तब प्रवाहित धारा की मात्रा इसके द्वारा ज्ञात की जाती है या धारामापी के द्वारा भी किसी परिपथ में धारा की उपस्थिति का पता  लगाया जाता है

धारामापी के दो प्रकार हैं

धारामापी को कुंडली और चुंबक से मिलकर बनाया जाता है इस आधार पर धारामापी के दो प्रकार हैं

चल कुंडली धारामापी & चल चुंबक धारामापी

चल कुंडली धारामापी-इस प्रकार की धारामापी में चुंबकीय स्थिर रहता है जबकि कुंडली विक्षेपित होता है

चल कुंडली धारामापी की दो प्रकार हैं

निलंबित कुंडली धारामापी

इस प्रकार की धारामापी में कुंडली को चुंबक के दोनों धुर्व के बीच में एक निलंबन तार की सहायता से लटका दिया जाता है जब कुंडली में विक्षेप होता है तब लैंप और पैमाना की सहायता से इसका मापन किया जाता है

 किलकित कुंडली या वेस्टन धारामापी

इस प्रकार की धारामापी मी कुंडली चुंबक के दो धुर्व के बीच में pivots पर संतुलित अवस्था में रहती है और कुंडली के साथ ही एक संकेतक लगा होता है 

चल चुंबक धारामापी

इस प्रकार के धारामापी में कुंडली स्थिर रहता है जबकि चुंबक विक्षेपित हो जाता है

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