प्रकाश विद्युत प्रभाव क्या है
जब किसी धातु की सतह पर उच्च आवृत्ति युक्त प्रकाश की किरण को डाला जाता है तब उस धातु की सतह से इलेक्ट्रॉन का उत्सर्जन होना प्रारंभ हो जाता है इसे ही प्रकाश विद्युत प्रभाव कहा जाता है
प्रकाश विद्युत प्रभाव की शर्ते
- इस में उपयोग होने वाली उच्च आवृत्ति वाले किरण जैसे अल्ट्रावायलेट किरण, एक्स किरण और विजिबल प्रकाश अधिक प्रभावी होती है
- प्रकाश विद्युत प्रभाव में उत्पन्न होने वाले इलेक्ट्रॉनों को प्रकाश इलेक्ट्रान कहा जाता है तथा इन इलेक्ट्रॉनों की वजह से उत्पन्न विद्युत धारा को प्रकाश विद्युत धारा कहा जाता है इसकी खोज हेनरी हर्ट्ज द्वारा 1887 में किया गया था
- हेनरी हर्ट्ज द्वारा की गई खोज मे विस्तृत जानकारी नहीं थी आने वाले वक्त में मिलिकॉन और आइंस्टीन ने हेनरी की खोज की विस्तृत व्याख्या की इनकी खोज के कारण ही आइंस्टीन और मिलिकॉन को नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ
- इनके अनुसार वह न्यूनतम आवृत्ति जो किसी पदार्थ से इलेक्ट्रान का उत्सर्जन करा सके उसे देहली आवृत्ति कहा जाता है
इस आवृत्ति से कम आवृत्ति वाले प्रकाश किरण द्वारा धातु से इलेक्ट्रॉन का उत्सर्जन नहीं हो सकता इस प्रकार उन्होंने बताया कि देहली आवृत्ति का मान अलग-अलग तत्वों के लिए अलग अलग हो सकता है - इसके आधार पर उन्होंने बताया किसी धातु की सतह से इलेक्ट्रॉनों को बाहर निकालने के लिए आवश्यक गतिज ऊर्जा को धातु का कार्य फलन कहा जाता है
प्रकाश विद्युत प्रभाव के नियम
- पहला नियम किसी धातु की सतह से उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों का दर आपतित प्रकाश की तीव्रता की अनुक्रमानुपाती होती है
- दूसरा नियम प्रकाश इलेक्ट्रॉनिक की गतिज ऊर्जा प्रकाश की आवृत्ति की अनुक्रमानुपाती होती है
- तीसरा नियम उत्सर्जित इलेक्ट्रानो की गतिज ऊर्जा आपतित प्रकाश की आवृत निर्भर करता है
प्रकाश विद्युत प्रभाव पर आइंस्टीन की व्याख्या
इनके अनुसार जब किसी आवृत्ति वाले कोई फोटान किसी धातु पर स्थित होती है तब वह अपना ऊर्जा उस इलेक्ट्रॉन पर दे देता है और इसी स्थानांतरित उर्जा का एक भाग इलेक्ट्रॉन को बाहर निकालने में खर्च हो जाता है
इसके आधार पर आइंस्टीन की व्याख्या धातु की सतह से उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा धातु के अंदर से उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की गतिज ऊर्जा से अधिक होता है ,धातु की सतह पर प्रकाशित होते ही इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होने लगते हैं
- Q प्रकाशविद्युत प्रभाव के कितने नियम हैं?
प्रकाशविद्युत प्रभाव के 3 नियम है
- Q प्रकाश विद्युत प्रभाव का उपयोग क्या है?
कैथोड पर उचित आवृति की प्रकाश पड़ने पर इलेक्ट्रान एनोड पर पहुँचती है जिससे परिपथ में विद्युत् धरा उत्पन्न होती है
- Q प्रकाश विद्युत प्रभाव में देहली आवृत्ति से क्या तात्पर्य है?
प्रकाश की वह मात्रा जो इलेक्ट्रोन उत्पन्न करने हेतु आवश्यकं हो देहली आवृत्ति कहलाता
- Q प्रकाश की तीव्रता बढ़ाने पर प्रकाश विद्युत धारा पर क्या प्रभाव पड़ता है?
प्रकाश की तीव्रता बढ़ाने पर प्रकाश विद्युत धारा का मान बढ़ता है
- Q प्रकाश विद्युत प्रभाव क्या है
प्रकाश विद्युत प्रभाव-जब किसी धातु की सतह पर उच्च आवृत्ति युक्त प्रकाश की किरण को डाला जाता है तब उस धातु की सतह से इलेक्ट्रॉन का उत्सर्जन होना प्रारंभ हो जाता है इसे ही प्रकाश विद्युत प्रभाव कहा जाता है
- Q प्रकाश विद्युत प्रभाव की खोज कब हुआ?
प्रकाश विद्युत प्रभाव की खोज 1887 मे जर्मन भौतिक विज्ञानी हेनरीच हर्ट्ज(Heinrich Hertz) ने की
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