कोयले से कैसे बनती है बिजली
वर्तमान वक्त में इलेक्ट्रिसिटी हम सब की जरूरत है इसके द्वारा ही हमारे कई प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, घरेलू उपकरण और कई बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां चलती है आज के समय में इलेक्ट्रिसिटी बहुत बड़ी जरूरत बन गई है आज हम आपको बताएंगे कि कोयला से बिजली कैसे जनरेट की जाती है
कोयले से कैसे बनती है बिजली
- कोयला को थर्मल पावर प्लांट में एक बंद चेंबर में रखकर जलाया जाता है जिससे कि बहुत अधिक मात्रा में तापमान और और प्रकाश उत्पन्न होता है
- इस तापमान का उपयोग कर पानी को गर्म किया जाता है जिससे कि पानी गर्म होकर भाप बनने लगता है इसमें भाप की उर्जा का उपयोग कर उसे compress किया जाता है
- compress भाप को टरबाइन पर छोड़ा जाता हैं जिससे
- टरबाइन घूमने लगता है,टरबाइन के घूमने से उससे जुड़ा हुआ डायनेमो का आर्मेचर भी घूमने लगता है जिसकी वजह से डायनेमो की flux मे परिवर्तन होता है
- जिसकी वजह से यांत्रिक ऊर्जा का परिवर्तन विद्युत ऊर्जा मे होता है इस प्राप्त विद्युत ऊर्जा को ट्रांसफार्मर द्वारा दूसरी जगह भेजा जाता है
ट्रांसफर कैसे काम करता है
कोयले के उपयोग से उत्पन्न बिजली को ट्रांसफार्मर में सप्लाई किया जाता है यह ट्रांसफार्मर उच्चाई प्रकार का होता है जिससे कि यह बिजली की पावर को बढ़ा करा दूसरे जगह सप्लाई करता है और हर बार जब ट्रांसफार्मर का उपयोग किया जाता है तब एक उच्चाई ट्रांसफार्मर का उपयोग किया जाता है जिससे कि प्राप्त बिजली को बहुत दूर तक भेजा जा सके
कोयला कहां से प्राप्त होता है
पृथ्वी के अंदर से खुदाई कर कोयला को बाहर निकाला जाता है, इसके बाद इस प्राप्त कोयले को थर्मल पावर स्टेशन में ले जाया जाता है जहां पर उसका उपयोग बर्नर में किया जाता है
कोयले की दो प्रजाति bituminous और anthracite का उपयोग बिजली उत्पादन में किया जाता है
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