प्रकाश का पूर्ण आंतरिक परावर्तन क्या है | परिभासा | नियम

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प्रकाश का पूर्ण आंतरिक परावर्तन क्या है

जब कोई प्रकाश किरण सघन माध्यम से विरल माध्यम में प्रवेश करती है तब आपतन कोण का मान क्रांतिक कोण के मान से अधिक होगा तब प्रकाश किरण विरल माध्यम में प्रवेश ना कर सघन माध्यम में ही परिवर्तित हो जाती है इसे प्रकाश का पूर्ण आंतरिक परावर्तन कहते हैं

पूर्ण आंतरिक परावर्तन के नियम

  • प्रकाश किरण को सघन माध्यम से विरल माध्यम में आना आवश्यक है
  • आपतन कोण का मान क्रांतिक कोण के मान से अधिक होना चाहिए

पूर्ण आंतरिक परावर्तन के उदाहरण

  • गर्मियों में जब हम किसी हाईवे पर चलते हैं तब दूर से देखने पर हाईवे पर ऐसा लगता है की पानी पड़ी हो और वह चमकने लगता है यह पूर्ण आंतरिक परावर्तन के उदाहरण है
  • रेगिस्तान में गर्मियों के दिनों में अचानक किस जगह पर पानी का झील उपस्थित होने का भ्रम होता है इसके अलावा उस झील पर अगल-बगल के पेड़ पेड़ों का अक्स भी दिखाई देने लगता है यह भी पूर्ण आंतरिक परावर्तन का उदाहरण है
  • जब किसी पानी की टंकी में एक खोखला पारदर्शी ट्यूब डाला जाता है तब उसे बाहर से देखने पर वह चमकीले दिखाई देने लगता है इसका कारण पूर्ण आंतरिक परावर्तन है
  • पानी के अंदर उपस्थित हवा के बुलबुले चमकीले दिखाई देने लगते हैं इसका भी कारण पूर्ण आंतरिक परावर्तन है इसमें प्रकाश किरण जब सघन माध्यम से विरल माध्यम में प्रवेश करती है तब वह अपने दिशा की ओर ही लौट जाती है

पूर्ण आंतरिक परावर्तन के उपयोग

  • ऑप्टिकल फाइबर में पूर्ण आंतरिक परावर्तन होता है जिसके कारण इसका उपयोग शरीर के अंदर देखने वाले endoscopy कैमरा में उपयोग किया जाता है
  • संचार टेक्नोलॉजी में इंटरनेट के लिए पूर्ण आंतरिक परावर्तन के लिए ऑप्टिकल फाइबर का उपयोग किया जाता है जिससे कि इंटरनेट की स्पीड बहुत ज्यादा बढ़ जाती है इसमें इंटरनेट की तरंगों को प्रकाश की तरंगों के साथ merge कर दिया जाता है

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