C3 PLANTS क्या है
जिन पौधों में पहला स्थिर उत्पाद C3 वाला योगिक बनता है ऐसी यौगिकों में 3 कार्बन परमाणु होते हैं, इसके अलावा 3-फॉस्फोग्लाइसेरेट 3- कार्बन परमाणु के साथ संयोजित होते इसलिए इन्हें C3 -प्लांट्स कहा जाता है इसकी खोज calvin के द्वारा किया गया इसलिए इनमे होने वाला चक्र calvin cycle ( C3 चक्र क्या है )कहलाता है,
C3 PLANTS के नाम
C3 cycle वाले पौधों में चावल, गेहूं ,जौ और दलहनी प्रकार की फसले पाई जाती है
C3 PLANTS के लक्छण
- Ribulose biophosphate के 6 अणु,कार्बन डाइऑक्साइड के 6 अणु से मिलकर कार्बोहाइड्रेट का 6 अणु बनाता है
- कार्बोहाइड्रेट के 6 अणु में से एक अणु का उपयोग कर पौधे अपने लिए भोजन बनाते हैं
- कार्बोहाइड्रेट के बाकी पांच अणु, Ribulose biophosphate के 6 अणु में बदल जाते हैं जिससे C3 चक्र कंप्लीट होता है
- C3 चक्र पत्तियों की मिसोफील संरचना में होती है
- प्रकाश स्वसन पाया जाता है
- कैल्विन चक्र द्वारा प्रकाश संश्लेषण पूरा करते है
- इन पौधों में केवल reductive pentose phosphate चक्र पाया जाता है
- प्रकश संश्लेषण केवल 10-25 सेल्सियस तापमान पर होता है
- C3 पौधों में प्रकाश संश्लेषण की दर 10 से 15 एमजी कार्बन डाइऑक्साइड प्रति घंटा होती है
- कार्बोक्सिलेशन प्रक्रिया में कार्बन डाई ऑक्साइड का स्थिरीकरण होता
Conclusion – C3 PLANTS क्या है
आप सब ने जाना कि सिद्ध C3 PLANTS की विशेषताएं क्या है जिसे हमने आपको बताया कि इसमें कार्बन के 3 परमाणु का उपयोग होता है जिसके द्वारा प्रोसीजर आगे बढ़ते हुए पौधों के लिए कार्बोहाइड्रेट का निर्माण होता है यह कार्बोहाइड्रेट बाद में Ribulose biophosphate मे बदल जाते हैं जिससे कि calvin cycle कंप्लीट हो जाता है
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C3 पौधों में चावल, गेहूं ,जौ और दलहनी प्रकार की फसले पाई जाती है
जिन पौधों में calvin cycle पाया जाता है वे C3 पौधे कहलाते है
इन पौधों में केवल reductive pentose phosphate चक्र पाया जाता है
पौधों के पत्तियों की मिसोफील संरचना में होती है
कार्बोक्सिलेशन प्रक्रिया में कार्बन डाई ऑक्साइड का स्थिरीकरण होता
पत्तियों की मिसोफील संरचना में होती है
कैल्विन के द्वारा खोज किया गया है
जिन पौधों में पहला स्थिर उत्पाद C3 वाला योगिक बनता है ऐसी यौगिकों में 3 कार्बन परमाणु होते हैं, इसके अलावा 3-फॉस्फोग्लाइसेरेट 3- कार्बन परमाणु के साथ संयोजित होते इसलिए इन्हें C3 -प्लांट्स कहा जाता है
अधिक वर्षा और ठन्डे स्थानों में उगते हैं