कंप्यूटर वायरस क्या है
किसी व्यक्ति द्वारा बनाया गया ऐसा कंप्यूटर प्रोग्राम जो किसी कंप्यूटर में घुसकर कंप्यूटर के फाइलों के साथ छेड़छाड़ करें उनका नाम बदल ले या उनका लोकेशन बदले या कंप्यूटर की फाइलों को डिलीट कर दे जिससे आपको व्यक्तिगत रूप से हानि हो ऐसा कंप्यूटर प्रोग्राम , कंप्यूटर वायरस कहलाता है , हमने एक पोस्ट में प्रसिद्ध कंप्यूटर वायरस के नाम बताये हैं आप इसे पढ़ कर सभी COMPUTER VIRUS NAME जान पाएंगे
कंप्यूटर वायरस की परिभाषा
कंप्यूटर वायरस एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जिसको किसी कंप्यूटर में डाल कर उस कंप्यूटर की सारी जानकारी और कंट्रोल अपने हाथों में ले सकते हैं इसके अलावा कंप्यूटर वायरस द्वारा फाइल की कई प्रकार से हानि पहुंचाई जा सकती है, जैसे
- कंप्यूटर के प्रोग्राम फाइलों को कंप्यूटर वायरस द्वारा खराब किया जा सकता है
- किसी फाइल का नाम भी बदला जा सकता है
- किसी किसी फाइल की लोकेशन को भी चेंज किया जा सकता है
- कंप्यूटर को कंप्यूटर को दूर से ही ऑपरेट कर महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई जा सकती ह
इस प्रकार हमने जाना कि एक कंप्यूटर वायरस द्वारा कंप्यूटर पर किस किस प्रकार से हानि पहुंचाई जा सकती है चलिए अब जानते हैं कि कंप्यूटर वायरस कंप्यूटर पर कैसा प्रभाव डालता है
कंप्यूटर वायरस से प्रभावित कंप्यूटर के लक्छण
- कई बार उपयोग करते टाइम जब कंप्यूटर खुद से ही खुद से ही reboot होने लगे तब हमें समझ जाना चाहिए कि कंप्यूटर में वायरस प्रवेश कर चुका है
- यदि हम अपने कंप्यूटर में वेब ब्राउज़र में सर्फिंग कर रहे हैं और किसी वेबपेज पर बार-बार रीडायरेक्ट ब्राउज़र के द्वारा किया जा रहा है तब यह संभवत कंप्यूटर वायरस कारण हो सकता है
- कंप्यूटर मैं वायरस के प्रवेश से कंप्यूटर की गति भीम हो जाती है जिससे उसे दिया गया कमांड को वह पूरा करने में लंबा वक्त लेने लगता है जिससे हमें हमें पता चलता है कि कंप्यूटर की प्रोसेसिंग स्पीड बहुत कम हो चुकी है
- कभी कंप्यूटर का यूज़ करते वक्त आपने देखा होगा कि कोई सामान्य काम भी करते वक्त कंप्यूटर बार-बार हैंग हो जाता है तब यह पूर्ण संभावना बनती है कि कंप्यूटर वायरस इनफेक्टेड हो चुकी है
- आप कोई सॉफ्टवेयर अपने कंप्यूटर सिस्टम में चला रहे हो और वह सॉफ्टवेयर ढंग से नहीं चल पा रहा हो जो पहले आपके कंप्यूटर पर चलती थी बिना किसी तकलीफ के तब यह सब कंप्यूटर वायरस कारण हो सकता है
- यदि आप कंप्यूटर की स्टोरेज क्षमता को देखने के लिए प्रॉपर्टी पर क्लिक करते हैं तब हर बार कंप्यूटर द्वारा अलग-अलग डाटा दिखाया जाता है जिससे यह पता चलता है कि कंप्यूटर वायरस इनफेक्टेड है
कंप्यूटर वायरस को मुख्यता तीन भागों में बांटा गया है
प्रोग्राम वायरस, बूट सेक्टर वायरस और multi-part टाइट वायरस
आईए के बारे में विस्तार से जानते हैं
प्रोग्राम वायरस
प्रोग्राम वायरस कंप्यूटर में उपस्थित के प्रकार की कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और कंप्यूटर की फाइलों को प्रभावित करती है इसके अलावा फाइल का नाम बदलना उसका लोकेशन बदलना और उससे करप्ट करना प्रोग्राम वायरस का मुख्य काम है
बूट सेक्टर वायरस
जैसे किसके नाम से आपको पता चल रहा होगा कि यह प्रोग्राम बूट सेक्टर में अपना प्रभाव दिखाती है लेकिन होता यह है कि जब भी कंप्यूटर बूटिंग प्रोसेस पर जाती है तब बूट सेक्टर वायरस अपना कॉपी बनाकर फैलते जाता है ,मतलब जितनी बार भी हम booting करेंगे लगातार फैलती जाएगी
इसके अलावा यहां से यह प्रोग्राम hard disc या flopy disk computer system में भी फैलता है
मल्टीपार्टटाइट वायरस
ऐसा वायरस जो कंप्यूटर में पूरी तरह सभी जगह फैल जाए उसे मल्टी पार्टी द्वारा कहा जाता है लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि यह सिर्फ मेमोरी प्रबंधन वाले स्थान पर ही फैलेंगे
चलिए अब जानते हैं की कंप्यूटर वायरस की के कौन-कौन से प्रकार हैं
कंप्यूटर वायरस के प्रकार
वायरस द्वारा वायरस द्वारा उसके काम करने के आधार पर कंप्यूटर वायरस को कई प्रकार में बांटा गया है
WORM
इसका नाम एक प्रकार से कीड़ा जैसा है जो अपनी पापुलेशन बढ़ा कर फैलता फैलता जाता है ठीक वैसी ही कंप्यूटर में भी इस प्रकार का कंप्यूटर वायरस अपनी बहुत सारी कॉपी बनाता रहता है जिससे कंप्यूटर की मेमोरी भरने लगती है
कंप्यूटर वायरस के कारण इस कंप्यूटर वायरस के कारण कंप्यूटर की स्पीड स्लो हो जाती है क्योंकि मेमोरी इसकी स्वयं की कॉपी करने की वजह से भरने लगता है यह कंप्यूटर वायरस इंटरनेट से नहीं फैलता बल्कि मेमोरी डिवाइस से फैलता है
MALWARE
यह एक प्रकार का ऐसा कंप्यूटर वायरस है जो किसी कंप्यूटर सिस्टम में घुसकर कंप्यूटर की प्रोग्राम से छेड़छाड़ करता है और कंप्यूटर की नियंत्रण प्रणाली को बर्बाद कर देता है जिससे कंप्यूटर ढप हो जाता है और काम करने की स्थिति में नहीं होता
जिस कारण कंप्यूटर में इससे बहुत ज्यादा हानि होती है
सभी प्रकार के वायरस, worm, ट्रोजन हॉर्स, स्पाइवेयर इन सभी को Malware कहा जाता है
ट्रोजन हॉर्स
यह एक प्रकार का ऐसा सॉफ्टवेयर है जो उपयोगकर्ता को धोखा देकर कंप्यूटर सिस्टम में प्रवेश करता है जब आप ऑनलाइन कुछ काम करते रहते हैं तब यह अपने आपको ऐसी जरूरी सॉफ्टवेयर के रूप में प्रदर्शित करता है जोकि सिस्टम के लिए आवश्यक होता है
इस प्रकार के सॉफ्टवेयर को देखकर आपको ऐसा लगेगा कि यह बहुत काम का सॉफ्टवेयर ( SOFTWARE KYA HAI )है जो कि कंप्यूटर में आवश्यक है यह सोचकर आप उस सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल कर लेते हैं किंतु वह सॉफ्टवेयर अपना सामान्य काम तो करता ही है पर अपना अपने बैक एंड में कुछ गलत काम करते रहता है
कहने का मतलब है कि ट्रोजन हॉर्स वायरस,जैसा दिखता है वैसा होता नहीं है यह अपने आप को उपयोगी सॉफ्टवेयर के रूप में बता कर किसी दूसरे व्यक्ति के लिए अनाधिकृत काम करता रहता है जैसे कि हो सकता है कि वह आपके कंप्यूटर से जरूरी फाइलों को उसके निर्माता के पास भेज रहा हो या आपके ऊपर निगरानी किया जा रहा हो यह ट्रोजन हॉर्स वायरस का मुख्य विशेषता है
कीलॉगर
इसके नाम से पता लग रहा है कि हमारे द्वारा कीबोर्ड में जो भी हम टाइप करते हैं उस पेटर्न को इसके द्वारा रिकॉर्ड कर लिया जाता है जिसका उपयोग कर यह हमारे कंप्यूटर या मोबाइल को हैक कर सकते हैं
स्पाइवेयर
इसकी सबसे आपको पता चल रहा होगा की जो आपके ऊपर गुप्त रूप से निगाह रखा होता है और आपकी हर एक्टिविटी को ट्रेस करता है कि हम कब कहां किस वेबसाइट में जा रहे हैं कौन से डॉक्यूमेंट ओपन कर रहे हैं कब किसको मेल कर रहे हैं इस सब का रिकॉर्ड स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर द्वारा रखा जाता है
concluion – कंप्यूटर वायरस क्या है
तो दोस्तों हमें आपको इस पोस्ट ने बताया कि कंप्यूटर वायरस के कितनेप्रकार हैं और किस प्रकार यह आपके कंप्यूटर को हैक कर सकते हैं
मौजूदा वक्त में अपना डाटा को सेट करना बहुत बड़ी समस्या है जिसके साथ कभी न कभी हमको दो-चार होना ही पड़ता है ,इसलिए कंप्यूटर और मोबाइल उपयोग करते वक्त आपको पूर्ण तरह से सुरक्षित रूप से कंप्यूटर का उपयोग करना चाहिए
इस पोस्ट पर हमने कंप्यूटर के सभी वायरस के बारे में बताया आप हमारे अगले पोस्ट मैं सभी कंप्यूटर वायरस के नाम और कंप्यूटर वायरस के इतिहास के बारे में जान पाएंगे
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